tag:blogger.com,1999:blog-7451593298795877845.post7236295439401491336..comments2020-06-28T03:37:28.805-07:00Comments on मिरचैया पलार: यात्रा-डायरी : मोखाक माटि : गौरीनाथmirchaiya palaarhttp://www.blogger.com/profile/16689263851068900774noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-7451593298795877845.post-5553401994014415472020-06-28T03:37:28.805-07:002020-06-28T03:37:28.805-07:00अपन माटि पानि मे रचल उत्कृष्ट यात्रा वृतांत।अपन माटि पानि मे रचल उत्कृष्ट यात्रा वृतांत।Chandan jhahttps://www.blogger.com/profile/10644450269282613033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7451593298795877845.post-66445471919555640152017-03-25T01:38:14.372-07:002017-03-25T01:38:14.372-07:00बहुत किछु लुप्त भेल आ भ' रहल, मुदा तैयो किछु छ...बहुत किछु लुप्त भेल आ भ' रहल, मुदा तैयो किछु छै जे ओतय जाइ लेल बेर-बेर उकसबैत अछि। आउ ने 8 मई केँ!गौरीनाथhttps://www.blogger.com/profile/08967391740209451232noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7451593298795877845.post-33304042159533923132017-03-23T05:06:06.467-07:002017-03-23T05:06:06.467-07:00जानि क'सुखद लागल जे रेवा माछ ओम्हर उपलब्ध अछि ...जानि क'सुखद लागल जे रेवा माछ ओम्हर उपलब्ध अछि । Ramdeo Singhhttps://www.blogger.com/profile/00189418822330653727noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7451593298795877845.post-36298557174339303132017-03-23T05:02:51.309-07:002017-03-23T05:02:51.309-07:00की कहू , एकेबेर में पढ़ि गेलहुँ । संगेसंग घुमैत रह...की कहू , एकेबेर में पढ़ि गेलहुँ । संगेसंग घुमैत रहलहुँ कोसीकात बीरपुर , भीमनगर आ कुसहा । कतेक बेर मोन में आयल जे जयबाक चाही । मुदा ऐहेन कोनो संंगी नहि भेटल । साँचे , एतेक नजदीक रहितो ऐहेन अनुभव सँ बंचिते रहि गेलहुँ । अहाँक ई वृतांत रोमांच सँ भरि देलक । मोन नहि पड़ैछ जे मैथिली में एहि सँ पहिने ऐहेन कोनो रचना पढ़ने होयब । बधाई लिअ'। पत्रिका भेजबा सकी तँ कृपा होयत । ई महत्वपूर्ण अछि बुढ़ियाक फुसि नहिं !Ramdeo Singhhttps://www.blogger.com/profile/00189418822330653727noreply@blogger.com